नवरात्रि 2025: रंगों और परंपराओं से सजी नौ रातों का उत्सव
- Karmic Code
- Sep 20
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दोस्तों, नवरात्रि आने वाली है और पूरे भारत में उत्साह का माहौल बन चुका है। इस बार नवरात्रि 22 सितम्बर से 1 अक्टूबर 2025 तक मनाई जाएगी और इसके बाद 2 अक्टूबर को विजयदशमी/दशहरा मनाया जाएगा।
नवरात्रि का मतलब ही है – नौ रातें, नौ देवियाँ और नौ रंग। यह त्योहार सिर्फ पूजा या उपवास तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, भक्ति और जीवन में सकारात्मकता लाने का प्रतीक है।

🎉 नवरात्रि क्यों है खास?
इन नौ दिनों में हम माँ दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करते हैं। हर दिन का अपना महत्व है, अपना अलग रंग है और अपनी खास परंपरा। कोई गरबा करता है, कोई व्रत रखता है, तो कोई दुर्गा पूजा के पंडालों में देवी के दर्शन करने जाता है।
📅 नवरात्रि 2025: कौन-सी देवी और कौन-सा रंग?
अगर आप सोच रहे हैं कि इस बार किस दिन कौन-सा रंग पहनना है, तो आपके लिए ये आसान गाइड:
22 सितम्बर (सोम): शैलपुत्री – सफेद रंग (शक्ति और नए आरंभ का प्रतीक)
23 सितम्बर (मंगल): ब्रह्मचारिणी – लाल रंग (भक्ति और तपस्या का प्रतीक)
24 सितम्बर (बुध): चंद्रघंटा – रॉयल ब्लू (साहस और शांति का मेल)
25 सितम्बर (गुरु): कूष्मांडा – पीला रंग (खुशहाली और ऊर्जा)
26 सितम्बर (शुक्र): स्कंदमाता – हरा रंग (परिवार और मातृत्व का आशीर्वाद)
27 सितम्बर (शनि): कात्यायनी – ग्रे रंग (बाधा निवारण और शक्ति)
28 सितम्बर (रवि): कालरात्रि – नारंगी रंग (साहस और सुरक्षा)
29 सितम्बर (सोम): महागौरी – मोरपंखी हरा (पवित्रता और शांति)
30 सितम्बर (मंगल): सिद्धिदात्री – गुलाबी रंग (ज्ञान और सिद्धि की देवी)

A multi-armed goddess in orange attire rides a tiger through a forest, holding various items including a sword and a lotus. 🔥 नवरात्रि की अनोखी परंपराएँ
पहले दिन घटस्थापना यानी कलश स्थापना से शुरुआत।
पूरे नौ दिन अलग-अलग रूपों की पूजा और भक्ति।
उपवास में खास व्रत वाला भोजन – साबूदाना, कुट्टू, सिंघाड़ा, फल और दूध।
गुजरात-महाराष्ट्र में रातभर गरबा और डांडिया।
बंगाल और असम में भव्य दुर्गा पूजा पंडाल।
अष्टमी या नवमी को कन्या पूजन – छोटी बच्चियों को देवी का रूप मानकर उनका सम्मान।
🗺️ भारत में नवरात्रि का रंग-बिरंगा रूप
गुजरात और महाराष्ट्र: रंगीन परिधान और जोश से भरे डांडिया-गरबा।
पश्चिम बंगाल और असम: विशाल पंडाल, मूर्तियों की स्थापना और विसर्जन।
उत्तर भारत: रामलीला और दशहरे पर रावण दहन।
दक्षिण भारत: ‘गोलू’ यानी सुंदर गुड़ियों की सजावट। ✨ नवरात्रि से जुड़ी छोटी-छोटी बातें
नवरात्रि पूरे भारत में सरकारी अवकाश नहीं है, लेकिन अलग-अलग राज्यों में बैंक और दफ्तर बंद रहते हैं।
हर दिन का रंग अपनाने से उत्सव और भी खास महसूस होता है।
चाहे आप व्रत रखें या सिर्फ पूजा करें, असली संदेश है – सकारात्मकता और शक्ति को अपने जीवन में लाना।
🙏 अंत में
नवरात्रि हमें याद दिलाती है कि जीवन का असली रंग भक्ति और उत्सव से ही आता है। नौ दिनों तक माँ दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा करके हम न सिर्फ देवी का आशीर्वाद पाते हैं, बल्कि अपने जीवन को भी नई ऊर्जा से भर लेते हैं।
तो इस नवरात्रि, आप कौन-सा रंग पहनने वाले हैं? 🌸
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